फांसी की सजा मिलने के बाद जेल में बंद राजोआना की रिहाई को लेकर कांग्रेस व अकाली आमने-सामने
इंडिया एज न्यूज नेटवर्क
लुधियाना : पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या के मामले में फांसी की सजा मिलने के बाद जेल में बंद जगतार सिंह राजोआना की रिहाई को लेकर कांग्रेस एम.पी. रवनीत बिट्टू व अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल आमने-सामने हो गए हैं। इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र में सुखबीर ने 2019 में की गई घोषणा के मुताबिक 20 साल से ज्यादा सजा काट चुके सिख कैदियों की रिहाई करने की मांग की गई है।
इस पर बिट्टू ने एतराज जताया है। उन्होंने कहा कि राजोआना ने उस पूर्व मुख्यमंत्री व 17 अन्य लोगों को बम से उड़ाने का गुनाह कबुल किया है जिस सी.एम. ने पंजाब को आतंकवाद के काले दौर से बाहर निकालकर अमन शांति की बहाली के लिए काम किया। इसके बावजूद सुखबीर व हरसिमरत बादल द्वारा लोकसभा में राजोआना की रिहाई का मुद्दा उठाया जा रहा है और विधानसभा चुनाव के दौरान उससे अकाली दल के हक में वोट देने की अपील करवाई गई है।
बिट्टू ने इसे पंजाब का माहौल खराब करने की साजिश का हिस्सा करार दिया है। जिससे उनके परिवार को खतरा होने की आशंका जताई है। बिट्टू ने आरोप लगाया कि सुखबीर व हरसिमरत बादल द्वारा किसी एजेंसी के इशारे पर राजोआना की रिहाई की मांग जा रही है जिसके मद्देनजर मोदी व होम मिनिस्टर अमित शाह से सारे मामले की जांच करवाने की मांग की गई है।
(जी.एन.एस)